अफसाना
किस्सा उसका एक अफसाना लगता है
मुझको तो वो शख्स दिवाना लगता है
भीगी भीगी पलकें उसकी, हंसता रहता है
मुश्किल उसको दर्द दबाना लगता है
भीड़ में भी कभी कभी वो तनहा होता है
सन्नाटा उसका दोस्त पुराना लगता है
मुझको तो वो शख्स दिवाना लगता है
भीगी भीगी पलकें उसकी, हंसता रहता है
मुश्किल उसको दर्द दबाना लगता है
भीड़ में भी कभी कभी वो तनहा होता है
सन्नाटा उसका दोस्त पुराना लगता है
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