मेरे गम की कहानी

चाहा था मुकम्मल हो मेरे गम की कहानी
मैं लिख ना सकी कुछ भी तेरे नाम से आगे 
तुम तो डर गए हमारी एक ही कसम से
हमें तो तुम्हारी कसम देकर हजारों ने लूटा है
मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी
पहले तुझे पाने की फिर तुझे भुलाने की।।

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