बहुत तड़पाते हैं
जब मिलो किसी से
तो जरा दूर का रिश्ता रखना
बहुत तड़पाते हैं
अक्सर सीने से लगाने वाले
अब तुझसे शिकायत करना
मेरे हक में नहीं
क्योंकि तू आरजू मेरी थी
पर अमानत शायद किसी और की
अजीब है मोहब्बत का खेल
जा मुझे नहीं खेलना
रूठ कोई और जाता है
टूट कोई और जाता है।।
तो जरा दूर का रिश्ता रखना
बहुत तड़पाते हैं
अक्सर सीने से लगाने वाले
अब तुझसे शिकायत करना
मेरे हक में नहीं
क्योंकि तू आरजू मेरी थी
पर अमानत शायद किसी और की
अजीब है मोहब्बत का खेल
जा मुझे नहीं खेलना
रूठ कोई और जाता है
टूट कोई और जाता है।।
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