तन्हाई

ये जो तेरे होने के बाद भी महसूस होती है ये मोहब्बत की रुसवाई है या तन्हाई है
आंखों में दूर तलक सिर्फ वीरानियां फैली है हर तरफ सिर्फ तन्हाई है
वो बातें भी तन्हा है वो यादें भी तन्हा है इस दिल में बसा तेरा प्यार भी आज तन्हा है
जो खुशियां दी थी कभी तूने मुझे उन खुशियों के नसीब में भी आज तन्हाई है

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